Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
Details, Fiction and shiv chalisa in hindi
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मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
ता पर होत है शम्भु सहाई ॥ ॠनियां जो कोई हो अधिकारी ।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥
सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके ।
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
जन्म जन्म के पाप shiv chalisa in hindi नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
तज्ञमज्ञान – पाथोधि – घटसंभवं, सर्वगं, सर्वसौभाग्यमूलं ।
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥